जोशीमठ की हालत से दुखी है प्रधानमंत्री
जोशीमठ में भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र में स्थित होटलों और मकानों को गिराने को लेकर गतिरोध शांत होने के बाद प्रशासन ने होटल मल्लारी इन और माउंट व्यू को गिराने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। वहीं शुक्रवार को होने वाली उत्तराखंड कैबिनेट की बैठक में जोशीमठ पर कुछ अहम फैसले होने की संभावना है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि उत्तराखंड के जोशीमठ में भूस्खलन से प्रधानमंत्री मोदी व्यक्तिगत रूप से दुखी हैं। उन्होंने आगे कहा कि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए लगातार काम कर रहे हैं।
जोशीमठ में गैस कटर लेकर डिमोलिशन टीम के सदस्यों ने होटलों के अंदर काम शुरू कर दिया है। प्रशासन ने होटल मलारी इन और माउंट व्यू की ओर जाने वाली सड़क को बंद कर दिया है और प्रदर्शनकारियों को वहाँ से हटा दिया है। दोनों होटलों से काफी सामान हटा लिया गया है। शुक्रवार को खिड़कियां, दरवाजे, शटर आदि हटा दिए जाएंगे। प्रशासन ने दोनों होटलों को अपने कब्जे में ले लिया है। तोड़ने की प्रक्रिया शुक्रवार को भी जारी रहेगी।
भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र में 37 नए मकानों में दरारें आ गई हैं। अब खतरनाक रूप से प्रभावित इमारतों की संख्या 42 से बढ़कर 128 हो गई है। अधिक सचिव आपदा प्रबंधन आनंद श्रीवास्तव ने बताया कि 24 और परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। पर्यावरणविद् रवि चोपड़ा कहते हैं कि यह मानने के पर्याप्त कारण हैं कि जोशीमठ में आज हम जो देखते हैं, वह एनटीपीसी द्वारा किए गए सुरंग खोदने के अभ्यास का परिणाम है।
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