कानपुर के काकादेव इलाके के साई गर्ल्स हॉस्टल में छात्राओं का अश्लील वीडियो बनाने के मामले में हॉस्टल की वार्डेन सवालों के घेरे में आ गयी हैं। छात्राओं ने वार्डेन पर मामले को दबाने का आरोप लगाया है। छात्राओं का आरोप है की वार्डन ने उन्हें धमकाया भी, जिससे मामला बाहर न जाए। यह भी कहा कि जो हुआ उसे भूल जाओ। छात्राओं का यह भी आरोप है कि 112 की सूचना पर पहुंचे पुलिसवालों ने ऋषि को उसका मोबाइल वापस कर दिया था, जिसके बाद उसने सारे अश्लील वीडियो व फोटो डिलीट कर दिए। इसलिए ये पुलिसकर्मी भी सवालों के घेरे में आ गए हैं।
गौरतलब है की साईं गर्ल्स हॉस्टल में हॉस्टल का कर्मचारी ऋषि बाथरूम में छात्राओं के नहाते वक़्त वीडियो बनाता था। वह कल तब पकड़ा गया जब वो नहाते वक़्त एक छात्र का वीडियो बनाने की कोशिश में मोबाइल को बाथरूम के दरवाजे के नीचे से सरका रहा था। छात्राओं ने 112 नंबर पर कॉल करके पुलिस को बुला लिया और आरोपी ऋषि को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
एसीपी कल्याणपुर ने बताया कि आरोपी ऋषि कानपुर के सर्वोदय नगर इलाके का रहने वाला है। वह पिछले करीब आठ वर्षों से हॉस्टल में काम कर रहा है। वहीं पर वह रुकता था। पुलिस को इस बात की आशंका है कि इस बार तो आरोपी पकड़ लिया गया है, लेकिन पूरी संभावना है कि ऐसी करतूत वह पहले भी कर चुका होगा। इसलिए उससे सख्ती से पूछताछ जारी है, जिससे सभी तथ्य स्पष्ट हो सकें।
इस घटना के बाद से डरी छात्राए हॉस्टल छोड़ कर जा रह है। सभी को इस बात का डर है की कहीं आरोपी ऋषि ने उनका वीडियो भी तो नहीं बना लिया और कहीं वो वीडियो वायरल न हो जाए हालांकि पुलिस ने छात्राओं को आश्वासन दिया है की ऋषि का मोबाइल उनके कब्जे में हैं और उसका डाटा गोपनीय रखा जाएगा।
दूसरी तरफ पुलिस अभी तक हॉस्टल के मालिक का पता नहीं लगा पायी है। हॉस्टल के ऊपर नेम प्लेट लगी है जिसमे अस्थायी निवास,सुरेंद्र नाथ तिवारी, पुलिस अधीक्षक कानपुर लिखा है।सुरेंद्र नाथ कानपुर में तैनात भी रहे हैं। वर्तमान में वह बुलंदशहर में एसपी सिटी हैं। जब उनसे इस विषय में बात करी गयी तो उनका कहना है कि हॉस्टल से उनका कोई संबंध नहीं है। बोर्ड किसने और क्यों लगाया, ये नहीं पता।