कोरोना के खतरे के बीच यूपी के अस्पतालों में टीके ख़तम
कोरोना वायरस के चलते पिछले तीन वर्षो में अकेले भारत में ही 5 लाख, 30 हजार से ज्यादा लोग असमय काल के गाल में समा गए। हालांकि भारत में टीकाकरण अभियान के बाद कोविड के गंभीर मामले सामने नहीं आ रहे हैं। लेकिन जिस तरह चीन, जापान, दक्षिण कोरिया और अमेरिका सहित दुनियाभर के कई देशों में एक बार फिर से कोरोना के मामले तेजी से बढ़ने लगे हैं उसे देखने के बाद बूस्टर डोज के लिए अस्पतालों में लोगों की भीड़ बढ़ गई है।
लेकिन यहाँ उत्तर प्रदेश में इस समय मामला थोड़ा गंभीर है यहां के अस्पतालों में टीके खत्म होने की भी खबर आ रही है। इस मामले में अधिकारियों का कहना है की कि नई आपूर्ति होने में अभी कम से कम एक सप्ताह का समय लगेगा। गौरतलब है की राज्य की राजधानी लखनऊ में वर्तमान में 14 अस्पतालों में कोविड टीकाकरण किया जा रहा है।
टीकाकरण की पेशकश करने वाली लखनऊ स्थित सरकारी स्वास्थ्य सुविधाएं एसपीएम सिविल अस्पताल, एनके रोड सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, लोक बंधु अस्पताल और बलरामपुर अस्पताल में हैं। सोमवार को जहाँ निजी अस्पतालों में 96 लोगों को टीका लगाया गया, वहीँ दूसरी तरफ सरकारी अस्पतालों में टीका लगवाने आने वालों को एक सप्ताह के बाद आने को कहा गया है।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. एम.के. सिंह ने इस बात पर हामी भरी की सरकारी केंद्रों पर टीके की अनुपलब्धता है और कहा कि ताजा आपूर्ति के लिए सरकार को अनुरोध भेजा दिया गया है। प्राप्त आंकड़ों के अनुसार अभी तक राज्य की राजधानी लखनऊ में 18 साल और उससे अधिक उम्र के करीब 31 लाख लोगों ने अब तक बूस्टर डोज नहीं ली है। इस मामले में अधिकारियों का कहना है कि महामारी की गिरावट के बाद टीकों की मांग में भारी गिरावट आई है, इसलिए अस्पतालों ने नए ऑर्डर नहीं दिए।
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