PM Self-Employment Scheme: प्रधानमंत्री स्वरोजगार योजना (PMRY) भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना है। इस योजना का मकसद है कि देश के बेरोजगार युवाओं को अपना खुद का व्यवसाय शुरू करने के लिए मदद दी जाए। सरकार चाहती है कि युवा नौकरी ढूँढने के बजाय खुद रोजगार देने वाले बनें।
योजना की शुरुआत और उद्देश्य
प्रधानमंत्री स्वरोजगार योजना की शुरुआत 1993 में की गई थी। इसे रोजगार सृजन मंत्रालय के तहत चलाया जाता है। इस योजना का उद्देश्य युवाओं को आर्थिक सहायता देना है ताकि वे छोटे बिजनेस या सर्विस यूनिट शुरू कर सकें। सरकार का मानना है कि अगर युवाओं को थोड़ा आर्थिक सहारा और प्रशिक्षण मिले, तो वे अपने दम पर सफल व्यवसाय शुरू कर सकते हैं।

क्या मिलता है योजना में
- युवाओं को ₹2 लाख तक का लोन दिया जाता है बिजनेस शुरू करने के लिए।
- महिलाओं और कमजोर वर्गों को इसमें ज्यादा लाभ दिया जाता है।
- लोन पर सब्सिडी (छूट) भी दी जाती है जो 15% तक हो सकती है।
- सरकार ट्रेनिंग और गाइडेंस भी देती है ताकि युवा अपना व्यवसाय ठीक से चला सकें।
कौन ले सकता है लाभ
- आवेदक की उम्र 18 से 35 साल के बीच होनी चाहिए।
- आवेदक भारत का नागरिक होना चाहिए।
- परिवार की सालाना आय ₹1 लाख से कम होनी चाहिए।
- जिसने पहले किसी सरकारी योजना का लाभ नहीं लिया हो, वह पात्र होता है।

लेटेस्ट अपडेट 2025
- 2025 में सरकार ने इस योजना में कुछ बदलाव किए हैं –
- अब लोन लिमिट ₹5 लाख तक कर दी गई है।
- आवेदन की प्रक्रिया ऑनलाइन कर दी गई है ताकि युवा घर बैठे आवेदन कर सकें।
- महिलाओं के लिए स्पेशल स्कीम जोड़ी गई है जिसमें ब्याज दर कम रखी गई है।
निष्कर्ष
प्रधानमंत्री स्वरोजगार योजना 2025 बेरोजगार युवाओं के लिए एक बेहतरीन मौका है। इस योजना से युवा आत्मनिर्भर बन सकते हैं और देश की अर्थव्यवस्था को भी मजबूत कर सकते हैं। अगर आप भी खुद का बिजनेस शुरू करना चाहते हैं। तो यह योजना आपके लिए बहुत उपयोगी हो सकती है।




















