The Trial Season 2: काजोल की डेब्यू वेब सीरीज The Trial का पहला सीजन दर्शकों के बीच काफी पसंद किया गया था। इसमें एक महिला वकील नोयोनिका सेनगुप्ता की कहानी दिखाई गई थी, जो पति के धोखे और समाज की चुनौतियों के बीच अपनी पहचान दोबारा बनाती है। अब इसका अगला भाग, यानी The Trial Season 2 रिलीज़ हो चुका है। हालांकि, इस बार कहानी और रोमांच पहले जितना असरदार नहीं लगते।

The Trial Season 2 जानकारी तालिका
| फीचर / पहलू | डिटेल्स |
| सीरीज का नाम | The Trial Season 2 |
| प्रेरित किससे | अमेरिकी शो The Good Wife |
| मुख्य कलाकार | काजोल (नोयोनिका), जिशु सेनगुप्ता (राजीव), सोनाली कुलकर्णी (नारायणी), अली खान (विशाल), गौरव पांडे (धीरज), शीबा चड्ढा |
| निर्देशक | उमेश बिष्ट |
| कहानी की पृष्ठभूमि | परिवार, राजनीति और कोर्टरूम ड्रामा |
| कोर्टरूम ड्रामा | पहले सीजन की तुलना में कमजोर |
| राजनीति का ट्रैक | आरोप-प्रत्यारोप और जुमलेबाजी तक सीमित |
| मुख्य आकर्षण | कलाकारों का दमदार अभिनय |
| देखने लायक किसके लिए | पहले सीजन के दर्शक और काजोल के फैंस |
The Trial Season 2 की कहानी
कहानी वहीं से आगे बढ़ती है, जहां पहला सीजन खत्म हुआ था। नोयोनिका सेनगुप्ता (काजोल) का पति राजीव (जिशु सेनगुप्ता) राजनीति में उतर चुका है। इस वजह से दोनों के रिश्तों में कड़वाहट और बढ़ जाती है। राजनीति का यह दांव-पेंच बच्चों पर भी असर डालता है।
इसी बीच, विरोधी नेता नारायणी भोले (सोनाली कुलकर्णी) की एंट्री होती है, जो नोयोनिका के परिवार को राजनीतिक दलदल में खींच लाती है। प्रोफेशनल ज़िंदगी में भी नोयोनिका को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है, जहां विशाल (अली खान) का प्यार और धीरज (गौरव पांडे) की चुनौतियां उसे घेरती हैं। वहीं, फर्म के नए पार्टनर परम मुंजाल (करणवीर वर्मा) के आने से ऑफिस की राजनीति भी तेज़ हो जाती है।
कहानी और निर्देशन
कागज पर ड्रामा और रोमांच भले ही दिलचस्प लगे, लेकिन स्क्रीन पर निर्देशक उमेश बिष्ट इसे उतना धारदार नहीं बना पाए।
- राजीव और नोयोनिका का रिश्ता इमोशनल गहराई तक नहीं पहुंचता।
- विशाल और नोयोनिका का प्रेम-त्रिकोण वाला ट्रैक भी फीका रह जाता है।
- राजनीति का हिस्सा लंबे समय तक सिर्फ आरोप-प्रत्यारोप और बयानबाजी तक सीमित रहता है।
- नारायणी भोले जैसे मज़बूत किरदार का बैकग्राउंड और सफर दिखाने की बजाय उसे बस भाषण और साजिशों तक सीमित कर दिया गया।
कोर्टरूम ड्रामा
The Trial Season 2 में सबसे बड़ी कमी कोर्टरूम ड्रामा में दिखती है। पहले सीजन में जटिल केस और वकीलों की तीखी जिरह दर्शकों को बांधकर रखती थी। लेकिन इस बार केस साधारण लगते हैं और कोर्टरूम सीन्स उतने रोमांचक नहीं बन पाए।
कलाकारों का अभिनय
कहानी और स्क्रीनप्ले की कमजोरी को कलाकारों की एक्टिंग संभाल लेती है।
- काजोल ने नोयोनिका के किरदार को ईमानदारी और मजबूती से निभाया है।
- सोनाली कुलकर्णी तेज-तर्रार नेता के रूप में छा जाती हैं।
- शीबा चड्ढा हमेशा की तरह प्रभावी हैं।
- जिशु सेनगुप्ता, अली खान, गौरव पांडे और कुब्रा सैत भी अपने-अपने रोल में असर छोड़ते हैं।

The Trial Season 2 उन दर्शकों के लिए है जिन्होंने पहला सीजन देखा है और नोयोनिका की कहानी आगे देखना चाहते हैं। हालांकि, अगर आप पहले जैसी धारदार कोर्टरूम जिरह और रोमांचक घटनाक्रम की उम्मीद कर रहे हैं, तो यह सीजन आपको निराश कर सकता है। कुल मिलाकर, यह सीजन केवल कलाकारों की दमदार एक्टिंग के दम पर देखने लायक है।
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